सारंगढ़ संवाददाता -चित्रसेन घृतलहरे नव गठित जिला सारंगढ़- बिलाईगढ़ के तहसील सरसींवा और विकास खण्ड व जनपद पंचायत बिलाईगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत पेंड्रावन में एक मामला सामने आया हैं, सूत्रों की माने तो यह पंचायत हमेशा सुर्खियों में रहने वाला पंचायत बना हुआ है यहां के निर्वाचित सरपंच और पदस्थ पंचायत सचिव के उपर आये दिन भ्रस्टाचार के आरोप लगते आ रहे हैं,पर आज जो मामला सामने आया हैं वह महात्मा गाँधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत कराये गये निर्माण कार्यों की, वैसे तो मनरेगा देश की सबसे बड़ी योजना है जो ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के हर जरूरतमंद लोगों को रोजगार उपलब्ध कराती हैं | यहां पर मनरेगा योजना के तहत लाखों रूपये के विभिन्न निर्माण कार्य कराये गये है,पीचिंग कार्य ढीकुड़िया तालाब, नाली निर्माण कार्य उमेश घर से हॉस्पिटल की ओर, नाली निर्माण कार्य जीवन दुकान से राधा मोहन घर की ओर, नाली निर्माण कार्य शिवरात्रि घर से मुन्ना साहू घर की ओर, इन सभी निर्माण कार्यों में तीसरे दर्जे का मटेरियल का उपयोग किया गया हैं, कोई भी निर्माण कार्य गुणवत्ता पूर्वक नहीं किया गया है |
ग्राम पंचायत पेंड्रावन के नाली निर्माण कार्य में तो अनिमियतताओ की सारी हदे पार ही कर दी है, नाली एक लेबल से नहीं बनी है, लेबल में नहीं बनने से पानी का जमाव हों जा रहा है, नाली निर्माण में शासन से निर्देशित सही माप-तौल में मटेरियल का उपयोग नहीं किया गया हैं,सरिये (रॉड)भी 8MM का उपयोग किये गये है नाली के बेस (निचला तल )डालने में भी केवल 20MM गिट्टी का उपयोग किया गया हैं जबकि बेस डालने में 40 MM गिट्टी का उपयोग करना था इस प्रकार से अनिमीयतता करके शासन से प्राप्त राशि का दुरपयोग किया जा रहा हैं